टीम से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। बता दें कि अफ्रीकन टीम के अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज हेनरिक क्लासेन ने आज 2 जून को क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। महज 33 साल की उम्र में क्लासेन ने क्रिकेट से संन्यास लेकर सभी को चौंका दिया है। फिलहाल, वह टी20 क्रिकेट के विस्फोटक बल्लेबाजों में से एक हैं।
तो वहीं, हेनरिक क्लासेन के रिटायरमेंट को लेकर क्रिकेट साउथ अफ्रीका (सीएसए) ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट भी साझा की है। इस पोस्ट में उन्होंने लिखा-
हेनरिक क्लासेन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से तत्काल संन्यास की घोषणा की है, जिससे प्रोटियाज मेन के साथ उनके सात साल के शानदार करियर का अंत हो गया है। 33 वर्षीय क्लासेन ने सोमवार को घोषणा की कि वह 2024 में लाल गेंद वाले क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद सफेद गेंद वाले प्रारूपों से दूर रहेंगे।
क्लासेन ने 2018 की गर्मियों में अपना वन-डे इंटरनेशनल (ओडीआई) और T20 इंटरनेशनल (टी20आई) डेब्यू किया और खुद को अपनी पीढ़ी के सबसे विनाशकारी सफेद गेंद वाले खिलाड़ियों में से एक के रूप में स्थापित किया।
देखें क्रिकेट साउथ अफ्रीका की यह पोस्टखैर, आपको 33 साल के हेनरिक क्लासेन के क्रिकेट करियर के बारे में बताएं, तो इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास से पहले उन्होंने साउथ अफ्रीका की नेशनल टीम के लिए 4 टेस्ट, 60 वनडे और 58 टी20 मैच खेले।
इस दौरान क्लासेन ने टेस्ट में 13 की औसत व 45.22 के स्ट्राइक रेट से 104, वनडे में 43.69 की औसत व 117.06 के स्ट्राइक रेट से कुल 2141 और टी20आई में 23.26 की औसत व 141.85 के स्ट्राइक रेट से कुल 1000 रन बनाए। क्लासेन ने वनडे में 4 शतक लगाने के साथ 11 अर्धशतक लगाए, तो फैंस को उन्होंने टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में 5 अर्धशतकीय पारियां खेली।
क्रिकट्रैकर की ओर से हेनरिक क्लासेन को शानदार क्रिकेट करियर और भविष्य के लिए शुभकामनाएं।
You may also like
Rajasthan weather update: जयपुर में हो रही है बारिश, प्रदेश के 29 जिलों के लिए जारी हुआ आंधी-बारिश का येलो अलर्ट
पाकिस्तान के खिलाफ दुनिया घूम कर स्वदेश लौटे अभिषेक, विदेशमंत्री की बैठक से बनाई दूरी
Corona Mockdrill: बढ़ते मामलों के बीच सरकार ने दी चेतावनी, सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में एक साथ हुआ मॉकड्रिल
आज 4 जून से बदलने वाली है इन 5 राशियों की किस्मत, करियर से लेकर रिश्तों तक हर मोर्चे पर मिलेगी बड़ी सफलता
विराट कोहली: 20 लाख रुपये से शुरू हुए सफ़र का 18 साल लंबा इंतज़ार