तमिलनाडु में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर की रविवार को हत्या के मामले ने तूल पकड़ लिया है. यह घटना राज्य के नेल्लई ज़िले के पलायमकोट्टाई इलाके में हुई.
पुलिस के मुताबिक, कविन नाम के युवक की हत्या दिनदहाड़े उसकी मां के सामने की गई.
पुलिस ने अभियुक्त को गिरफ़्तार कर लिया है और उसने थाने में अपना अपराध स्वीकार कर लिया है.
जांच में सामने आया है कि अभियुक्त की बहन और कविन के बीच प्रेम संबंध थे, जिसे लड़की का परिवार स्वीकार नहीं कर रहा था.
लड़की के माता-पिता तमिलनाडु पुलिस में सब-इंस्पेक्टर के पद पर तैनात हैं.
उनके ख़िलाफ़ भी अनुसूचित जाति/जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है.
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युवक के माता-पिता और परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया है.
परिजन विरोध प्रदर्शन जारी रखते हुए लड़की के माता-पिता की गिरफ़्तारी की मांग कर रहे हैं.
26 साल के कविन सेल्वा गणेश, थूथुकुडी ज़िले के एराल के पास अरुमुगामंगलम के रहने वाले थे. वे चंद्रशेखर और तमिल सेल्वी के बेटे थे.
कविन चेन्नई की एक आईटी कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर थे.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, कविन का प्रेम संबंध पलायमकोट्टई के केटीसी नगर में रहने वाली एक लड़की से था.
लड़की के माता-पिता दोनों मणिमुथारू बटालियन में पुलिस सब-इंस्पेक्टर के पद पर तैनात हैं.
पुलिस के अनुसार यह परिवार पहले थूथुकुडी में रहता था. उसी दौरान लड़के लड़की में दोस्ती हुई जो बाद में प्रेम संबंधों में बदल गई.
पुलिस के अनुसार, चेन्नई में कार्यरत कविन छुट्टी पर अपने गांव आए हुए थे. बीते रविवार को वे अपने बीमार दादाजी को इलाज के लिए पलायमकोट्टई के केटीसी नगर स्थित एक सिद्धा क्लिनिक में दोपहिया वाहन से लेकर गए थे.
इसी दौरान लड़की का भाई सुरजीत भी क्लिनिक पहुंच गया. वहां दोनों के बीच कहासुनी हुई और फिर यह घटना हुई.
सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पलायमकोट्टई पुलिस ने कविन का शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए पलायमकोट्टई सरकारी अस्पताल भेजा.
इलाके के सीसीटीवी फुटेज की जांच में पुलिस ने पुष्टि की कि हत्या सुरजीत ने की थी. उसे तुरंत गिरफ़्तार कर लिया गया. पूछताछ में सुरजीत ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है.
सुरजीत ने पुलिस को क्या बताया?
एक जांच अधिकारी ने बीबीसी तमिल को बताया, "सुरजीत की बहन और कविन सेल्वा गणेश ने थूथुकुडी में स्कूल के दिनों से साथ पढ़ाई की थी. दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदली और दोनों ने शादी का फैसला किया."
कविन अनुसूचित जाति से थे, जिसे सुरजीत स्वीकार नहीं कर पा रहा था. उसने कई बार अपनी बहन को डांटा और कविन को भी चेतावनी दी थी.
इसके बावजूद, कविन पलायमकोट्टई के उस सिद्धा क्लिनिक में आते रहे, जहां सुरजीत की बहन काम करती थी.
एक पुलिस अधिकारी ने बीबीसी तमिल को बताया, "रविवार को जब सुरजीत को पता चला कि कविन क्लिनिक आए हैं, तो वह वहां पहुंच गया और दोबारा चेतावनी दी. इसी दौरान बहस हुई और उसने कविन की हत्या कर दी."
पलायमकोट्टई थाने में सुरजीत के ख़िलाफ़ हत्या और अनुसूचित जाति/जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम सहित चार धाराओं में मामला दर्ज किया गया है.
कविन के परिवार का कहना है कि लड़की के माता-पिता भी हत्या के लिए ज़िम्मेदार हैं और उनपर भी केस चलना चाहिए.
कविन की मां ने क्या बताया?बीबीसी तमिल से बात करते हुए रोती हुईं कविन की मां तमिल सेल्वी ने कहा, "मेरे दो बेटे हैं. मेरा बड़ा बेटा कविन सेल्वा गणेश है. इंजीनियरिंग पूरी करने के बाद वह चेन्नई के थोरइपक्कम में एक आईटी कंपनी में काम कर रहा था. कविन और सुरजीत की बहन स्कूल से दोस्त थे, इसलिए उनका परिवार हमारे बारे में अच्छी तरह जानता था."
उन्होंने बताया, "एक हफ्ते पहले मेरे पिता गिर गए थे, जिनका हमने तिरुचेंदूर अस्पताल में इलाज करवाया. फिर सिद्धा इलाज के लिए हम सुरजीत की बहन के पास गए, जो एक सिद्धा क्लिनिक में काम करती हैं. कविन हमें वहीं लेकर गया था. मैं, मेरा छोटा बेटा और मेरा भाई भी उसके साथ थे."
तमिल सेल्वी ने कहा, "रविवार को करीब दोपहर ढाई बजे जब हम क्लिनिक में इलाज के लिए बैठे थे, तभी सुरजीत वहां आया. उसने कहा कि उसके माता-पिता कविन से मिलना चाहते हैं और उसे अपने साथ ले गया. उस पर भरोसा कर कविन दोपहिया वाहन पर उसके साथ चला गया."
उन्होंने आगे बताया, "इलाज के बाद मैं, मेरा छोटा बेटा और मेरा भाई केटीसी नगर रोड पर पैदल जा रहे थे. तभी हमने देखा कि सुरजीत, कविन से बात कर रहा था. हम वहीं रुक गए और उनके पास पहुंचे. सुरजीत ने मुझे गालियां दीं और फिर अपने पास छिपाकर रखी दरांती से मेरे बेटे की हत्या कर दी."
तमिल सेल्वी ने आरोप लगाया, "सुरजीत के माता-पिता ने उसे उकसाया. उनके ख़िलाफ़ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए."
'जातीय नफ़रत ने नौजवान को अपराधी बना दिया'सामाजिक कार्यकर्ता काथिर ने बीबीसी तमिल से कहा, "भले ही लड़की के माता-पिता पुलिस विभाग में हों, लेकिन जातीय नफ़रत की वजह से वे यह स्वीकार नहीं कर पाए कि उनकी बेटी किसी अन्य समुदाय के युवक से प्रेम करती है."
उन्होंने बताया, "2022 में हमने मुख्यमंत्री को ऐसी हत्याओं के ख़िलाफ़ एक विशेष क़ानून की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा था, लेकिन तमिलनाडु सरकार ने अब तक ऐसा कोई क़ानून नहीं बनाया है."
काथिर ने ज़ोर देते हुए कहा, "अंतरजातीय जोड़ों की सुरक्षा को लेकर कई अदालती आदेश आ चुके हैं, लेकिन आज तक किसी ज़िले में इन्हें लागू नहीं किया गया है. पुलिस को ऐसे जोड़ों को तत्काल सुरक्षा देनी चाहिए."
उन्होंने आगे कहा, "ऐसा सख़्त क़ानून बनना चाहिए, जिससे ऐसे मामलों में ज़मानत तक न मिल सके."
परिवार और रिश्तेदारों का प्रदर्शनकविन के परिजनों ने लड़की के माता-पिता की गिरफ़्तारी की मांग को लेकर तिरुचेंदूर–थूथुकुडी हाईवे चौराहे पर प्रदर्शन भी किया है.
इस विरोध के कारण करीब दो किलोमीटर लंबा ट्रैफिक जाम लग गया.
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और प्रदर्शनकारियों से बातचीत की. दोनों पक्षों के बीच तीखी बहस हुई और करीब तीन घंटे चले इस प्रदर्शन को पुलिस के आश्वासन के बाद समाप्त किया गया.
पुलिस ने सुरजीत के माता-पिता को 24 घंटे के भीतर गिरफ़्तार करने का भरोसा दिया.
कविन के परिवार ने स्पष्ट किया है कि जब तक सुरजीत के माता-पिता को गिरफ़्तार नहीं किया जाता, वे शव को स्वीकार नहीं करेंगे.
बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित
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