नागौर में नागौर-जोधपुर राजमार्ग पर श्री कृष्ण गोपाल गौशाला के सामने श्रद्धालुओं से भरी बस पर हुए हमले को लेकर सोमवार को बड़ी संख्या में लोग और पीड़ित नागौर सदर थाने पहुँचे। इस घटना में एक बुजुर्ग महिला समेत सात-आठ लोग घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए सरकारी अस्पताल ले जाया गया। पीड़ितों ने बताया कि श्री डूंगरगढ़ से जुंजाला और खरनाल दर्शन करने आए श्रद्धालु गौशाला के सामने चाय पीने के लिए रुके थे।
इस दौरान, एक बुजुर्ग महिला बस से उतरने में असमर्थ होने के कारण बस में ही चाय पीने की ज़िद करने लगी, जिससे विवाद हो गया। बताया गया है कि गौशाला कर्मचारियों और श्रद्धालुओं के बीच खाली चाय का कप कूड़ेदान में डालने की बजाय फेंकने को लेकर बहस हुई, जो जल्द ही मारपीट और तोड़फोड़ में बदल गई।
महिलाओं की आँखों में कांच के टुकड़े लग गए
श्रद्धालुओं का आरोप है कि उनके साथ बेरहमी से मारपीट की गई और बस में तोड़फोड़ की गई, जिससे दहशत फैल गई। घटना में महिलाओं की आँखों में कांच के टुकड़े लगे, जबकि एक अन्य बुजुर्ग महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद सांसद हनुमान बेनीवाल ने पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) से फोन पर बात की और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
पुलिस ने क्या कहा?
सूचना मिलते ही सदर पुलिस मौके पर पहुँची। प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारी जतिन जैन ने बताया कि विवाद चाय के पैसों या किसी मामूली बात को लेकर शुरू हुआ, लेकिन बाद में गंभीर हिंसा और तोड़फोड़ में बदल गया। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने 14 लोगों को हिरासत में लेकर उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। जैन ने कहा कि घटना में शामिल किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा। घटना के बाद बड़ी संख्या में लोग सदर थाने पहुँच गए और गौशाला संचालक के खिलाफ प्रदर्शन किया। गुस्साई भीड़ ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की।
You may also like
पंडित दीनदयाल उपाध्याय जयंती पर एकात्म मानववाद की प्रेरणा से ओत-प्रोत गोष्ठी संपन्न
भारतीय सेना ने मेजर शैतान सिंह के नेतृत्व में रेजांग लॉ के युद्ध में अभूतपूर्व वीरता व साहस का परिचय दिया : डॉ. मनोज कुमार
दीनदयाल के भारतीय राष्ट्रवाद और मोदी की दृढ़ इच्छाशक्ति से भारत स्वदेशी से बन रहा आत्मनिर्भर : शंकर लाल लोधी
फार्मासिस्ट केवल दवा वितरक ही नहीं, बल्कि स्वास्थ्य सुरक्षा के प्रहरी भी हैं: निपेंद्र सिंह
अंबेडकर प्रतिमा खिसकने पर फैली अफवाह, पुलिस की तत्परता से शांत हुआ माहौल