बीकानेर में पिता ने अपनी ढाई साल की बेटी की मौत के बाद डॉक्टरों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। पिता का आरोप है कि डॉक्टरों ने उसकी अनुमति के बिना बेटी के पेट में स्टेंट डाल दिया। साथ ही 200 टांके लगाए। तबीयत बिगड़ने के बाद बच्ची की मौत हो गई। मामले की विभागीय जांच नहीं होने पर अब पिता ने पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई है। बीकानेर के रानी बाजार क्षेत्र में रहने वाले पीड़िता के पिता जगदीश चंद्र खत्री ने मारवाड़ अस्पताल के डॉ. गौरव गोम्बर और जयपुर के डॉ. अंकित मंगला व डॉ. प्रियंका मित्तल के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।
जन्म के बाद बुखार आने पर डॉक्टर को दिखाया था
पिता ने बताया- बेटी हेजल की 20 नवंबर को ढाई साल पांच महीने की उम्र में मौत हो गई। जन्म से पहले सोनोग्राफी में उसकी एक किडनी दिखाई नहीं दे रही थी। डॉक्टर ने कहा था कि जन्म के बाद किडनी दिखाई देने लगेगी। डिलीवरी के बाद बेटी पैदा हुई। जन्म के बाद बुखार आने पर उसे गंगाशहर रोड स्थित एक डॉक्टर को दिखाया। तीन-चार दिन दवा देने के बाद वह ठीक हो गई। इसके बाद उसे फिर बुखार आने लगा। इस पर उसे मारवाड़ अस्पताल में डॉ. गौरव गोम्बर को दिखाया। डॉ. गोम्बर ने कुछ दिन उपचार करने के बाद उसे जयपुर के होप अस्पताल में रेफर कर दिया।
डॉक्टरों ने बिना अनुमति पेट में स्टेंट डाल दिया
जयपुर के होप अस्पताल के डॉक्टर ने बेटी की जांच करने के बाद यूरेटर रिप्लांट सर्जरी की बात कही और उसका उपचार किया। डॉ. अंकित मंगला ने बेटी की जांच की। इसके बाद डॉ. प्रियंका मित्तल ने उसका ऑपरेशन किया। पिता ने बताया कि उनकी बेटी का ऑपरेशन चार घंटे तक चला। इस दौरान उसके पेट पर करीब दो सौ टांके लगाए गए। जब डॉ. प्रियंका से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पेट के अंदर स्टेंट डाला गया था। इसी कारण बच्ची को टांके लगे हैं। पिता का आरोप है कि उन्होंने डॉक्टर को स्टेंट और टांके लगाने की अनुमति नहीं दी थी। अंदर तार भी डाल दिया था, जिसका दर्द बेटी सहन नहीं कर पाई। जयपुर में उसकी तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद उसे नई दिल्ली के वेदांता अस्पताल ले जाया गया, जहां 20 नवंबर को उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
जांच के बाद जांच, कोई कार्रवाई नहीं
मामले में पिता ने मानवाधिकार आयोग, चिकित्सा विभाग, बाल आयोग, मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया में शिकायत की थी, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। अब बीकानेर के सदर थाने में डॉ. गौरव गोम्बर, जयपुर के डॉ. अंकित मंगला और डॉ. प्रियंका मित्तल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है।
डॉक्टर बोले- जांच में क्लीन चिट मिल गई है
मामले पर डॉ. गौरव गोम्बर का कहना है कि पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की जांच में क्लीयरेंस मिल गई है। इलाज में कोई लापरवाही नहीं बरती गई। पुलिस जांच में सब कुछ साफ हो जाएगा।
डॉक्टरों के बयान लिए जाएंगे
सदर थाने के एएसआई अशोक अदलान ने कहा- पूरे मामले की जांच चल रही है। गुरुवार को एफआईआर दर्ज कर ली गई है। डॉक्टरों के बयान लिए जा रहे हैं। जल्द ही जांच पूरी कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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