राजस्थान के दौसा जिले का सबसे बड़ा और एशिया का सबसे बड़ा कच्चा बांध मोरेल बांध लगातार दूसरे साल भरने जा रहा है। मोरेल बांध लबालब होने की स्थिति में पहुँच गया है। 30 फीट 5 इंच की कुल भराव क्षमता वाले मोरेल बांध का जलस्तर शुक्रवार सुबह तक 30 फीट 4 इंच तक पहुँच गया है। ऐसे में माना जा रहा है कि आज दोपहर तक बांध छलक सकता है।
बता दें कि गुरुवार शाम 7 बजे तक मोरेल बांध का जलस्तर 30 फीट 3 इंच था। गुरुवार शाम को बांध का पानी वेस्ट वियर को छू गया और यह नजारा देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग भी पहुँच गए। शनिवार शाम से आज सुबह तक जलस्तर में 1 इंच की बढ़ोतरी हुई है। ऐसे में अब यह बांध केवल एक इंच खाली है। मौसम विभाग ने आज दौसा जिले में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। ऐसे में संभावना है कि पानी की आवक के साथ ही दोपहर तक बांध भर जाएगा।
बांध पर चादर चलने से पहले विभाग पूरी तरह तैयार
जल संसाधन विभाग के सहायक अभियंता चेतराम मीणा ने बताया कि बांध में पानी की आवक थोड़ी कम हुई है, लेकिन उम्मीद है कि शुक्रवार दोपहर तक बांध पर चादर चलने लगेगी। बांध पर चादर चलने से पहले विभाग पूरी तरह तैयार है, बांध पर लगातार निगरानी रखी जा रही है, शुक्रवार सुबह से मिट्टी की बोरियां भरने का काम शुरू कर दिया जाएगा। चादर चलने की स्थिति में वेस्ट वियर पर लोगों और वाहनों की आवाजाही पूरी तरह बंद कर दी जाएगी। गौरतलब है कि पिछले साल 14 अगस्त को बांध पर चादर चली थी, जो 87 दिनों तक जारी रही थी।
एसडीएम ने कड़ी सुरक्षा के निर्देश दिए
उपखंड अधिकारी विजेंद्र कुमार मीणा, सीओ दिलीप मीणा और तहसीलदार अमितेश कुमार मीणा गुरुवार दोपहर मोरेल बांध पहुंचे। एसडीएम ने बताया कि वर्तमान में मोरेल बांध अपनी पूरी जल संग्रहण क्षमता तक भर चुका है। जयपुर और अन्य स्रोतों से लगातार पानी की आवक हो रही है, जिससे वेस्ट वियर के जल्द ही शुरू होने की संभावना प्रबल हो गई है। कचरा बांध चालू रहने तक जनता की सुरक्षा और कानून-व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए स्थायी रूप से पुलिस बल तैनात करने के निर्देश दिए गए हैं।
सहायक अभियंता को निर्देश दिए गए हैं कि वे ऐसे सभी संभावित स्थानों की पहचान करें जहाँ से जनता अवैध रूप से बांध के तटबंध या कचरा बांध क्षेत्र में पहुँच सकती है। उन स्थानों पर कांटेदार तारों की बाड़ लगाकर अवरोध सुनिश्चित किए जाएँ। एसडीएम ने जनता से मोरेल बांध क्षेत्र में अनावश्यक आवाजाही से बचने और सुरक्षा उपायों का पालन कर प्रशासन का सहयोग करने की अपील की है।
You may also like
रोज हल्दी खाने वालों को नहीं होती ये 4 खतरनाक बीमारियां! जानिए कैसे
मुसलमान बैठकर पानी क्यों पीते हैं? जानें इस्लाम में पानी पीने का सुन्नत तरीका˚
वाराणसी: संगमेश्वर महादेव मंदिर, सावन माह में जलाभिषेक का अनूठा महत्व
Air India Plane Crash: ये कोई टिंडर डेट पर गए दो लोग नहीं हैं... पायलट पर लगे आरोप पर इंडियन एक्सपर्ट का करारा जवाब
क्या ब्लैकहेड्स बिगाड़ रहे हैं आपकी खूबसूरती? ये उपाय करेंगे कमाल