आज से सुंधा माता संरक्षण अभ्यारण्य क्षेत्र के अंतर्गत जाविया खोडेश्वर महादेव मंदिर के निकटवर्ती क्षेत्र में भ्रमण के लिए शुल्क देना होगा। भारतीय नागरिकों और विदेशी नागरिकों के लिए अलग-अलग दरें निर्धारित की गई हैं। वहीं, छात्रों और दिव्यांगजनों के लिए भ्रमण निःशुल्क रहेगा।
भ्रमण का समय सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक रहेगा। संरक्षण अभ्यारण्य में कचरा, प्लास्टिक, पॉलीथीन बैग, प्लास्टिक की बोतलें और एकल उपयोग प्लास्टिक ले जाने पर प्रतिबंध रहेगा। इसी प्रकार, वन क्षेत्र में शराब ले जाना और पीना पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। बिना टिकट के संरक्षण अभ्यारण्य क्षेत्र में जाने पर वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के प्रावधानों के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
भालू बहुल क्षेत्र
सुंधा माता संरक्षण अभ्यारण्य क्षेत्र में स्थित जाविया खोडेश्वर धार्मिक स्थल होने के साथ-साथ घने वन क्षेत्र और भालुओं की उपस्थिति के लिए भी जाना जाता है। बरसात के मौसम में यहाँ झरने बहते हैं। यहाँ आने वाले लोग अक्सर प्लास्टिक, पॉलीथीन और अन्य कचरा फैलाते हैं। पहली बार, ईको-टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए इस क्षेत्र में सशुल्क प्रवेश की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। मुख्यालय से जारी निर्देश के अनुसार 9 जुलाई से वन क्षेत्र, झरने और लवकुश वाटिका की ओर जाने वाले लोगों से शुल्क लिया जाएगा।
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