जिले की नवगठित डिग्गी नगर पालिका के लोगों को राज्य सरकार की ओर से चलाई जा रही अन्नपूर्णा रसोई योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। यहां अन्नपूर्णा रसोई योजना करीब छह माह से बंद पड़ी है। ऐसे में डिग्गी के आसपास के गरीब, असहाय व जरूरतमंद लोगों को सस्ता भोजन नहीं मिल पा रहा है। वे सस्ती भरपेट थाली से वंचित हो रहे हैं। इसके लिए प्रशासन भी मौन है।
गहलोत सरकार ने गरीब, असहाय व जरूरतमंदों को सस्ता भोजन उपलब्ध कराने के लिए तत्कालीन ग्राम पंचायत डिग्गी (अब पालिका डिग्गी) में इंदिरा रसोई योजना शुरू की थी। फिर सरकार बदलते ही भाजपा सरकार ने इसका नाम बदलकर अन्नपूर्णा रसोई योजना कर दिया। अस्पताल के पास संचालित इस रसोई में गरीब, असहाय व जरूरतमंदों को 8 रुपए में भोजन मिलता था। बाकी खर्च सरकार उठाती है। इसका लाभ भी लोगों को मिल रहा था, लेकिन इसे चलाने वाली फर्म को भुगतान नहीं होने के कारण 30 नवंबर 2024 से इस रसोई पर ताला लगा दिया गया है।
इस रसोई को चलाने वाली डिग्गी की संकल्प राजीविका क्लस्टर की संचालक अर्चना शर्मा ने बताया कि रसोई बंद होने से सबसे ज्यादा असर उन लोगों पर पड़ा है, जो दिनभर मजदूरी करते थे और फिर शाम को सस्ते भोजन का सहारा लेते थे। अर्चना शर्मा ने बताया कि उन्होंने कलेक्टर, डिग्गी के नायब तहसीलदार और मंत्री कन्हैयालाल चौधरी की जनसुनवाई में शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन अभी तक रसोई शुरू नहीं हो पाई है।
You may also like
पाक बेनकाब
आज का दिन पांच राशियों के लिए बना है बेहद शुभ, जानें किन राशि वालों को मिलेगी धन, प्रेम और तरक्की की सौगात
धारावी रिडेवलपमेंट के अपात्रों को कुर्ला में मिलेगी शरण, जानें कितने लोगों को है शिफ्ट करने की तैयारी
गरुड़ पुराण में मृत्यु के रहस्य: अंतिम क्षणों में क्या होता है?
आधी रात को मूर्तियां दिखाती हैं चमत्कार, सच जानकर वैज्ञानिक भी हुए हैरान