आरएएस-अधीनस्थ सेवा, पुस्तकालयाध्यक्ष ग्रेड द्वितीय व भर्तियों में आवेदनों की बढ़ती संख्या से सरकार को फायदा हो रहा है। एकमुश्त रजिस्ट्रेशन के कारण आवेदनों की तुलना में अभ्यर्थी परीक्षाओं में शामिल नहीं हो रहे हैं। इसको लेकर आरपीएससी ने परीक्षा शुल्क बढ़ाने का प्रस्ताव भेजा है। कार्मिक विभाग के स्तर पर इसका निर्णय होगा।
भर्ती आवेदनों में जबरदस्त बढ़ोतरी
पिछले चार-पांच सालों में प्रदेश में भर्ती आवेदनों में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है। आरएएस 2024 में 6 लाख 75 हजार 80, सहायक आचार्य कॉलेज शिक्षा में 1.50 लाख, वरिष्ठ अध्यापक भर्ती में 4.50 लाख, राजस्व एवं अधिशासी अधिकारी परीक्षा में 2.50 लाख, पुस्तकालय ग्रेड द्वितीय परीक्षा में 88 हजार आवेदन आए। अन्य भर्तियों में भी 1.50 से 3 लाख आवेदन आ रहे हैं।
यह हो रहा नुकसान...
छोटी हो या बड़ी भर्ती परीक्षाओं में उपस्थिति औसतन 32 से 45 प्रतिशत ही रहती है। लाखों आवेदनों के हिसाब से आरपीएससी को पेपर, ओएमआर प्रिंट करवाने होते हैं। अभ्यर्थियों की संख्या कम होने पर 30 से 40 फीसदी पेपर-ओएमआर बेकार रह जाते हैं। हालांकि वन टाइम रजिस्ट्रेशन के तहत भर्तियों में सामान्य, एससी-एसटी, ओबीसी, एमबीसी संवर्ग के लिए परीक्षा शुल्क 400 से 600 रुपए तय किया गया है। इसके बाद अभ्यर्थी अपनी योग्यता के अनुसार अन्य परीक्षाओं में भी शामिल हो सकते हैं।
आवेदनों से हुई मोटी कमाई
वन टाइम रजिस्ट्रेशन के तहत आरएएस 2024 के 6.75 लाख आवेदनों से करीब 50 करोड़ रुपए की कमाई हुई। अन्य परीक्षाओं में औसतन 5 से 10 करोड़ रुपए की कमाई हुई।
परीक्षाओं में खर्च
1- शिक्षक-कर्मचारियों के भत्ते-3 से 5 हजार (प्रति परीक्षा)।
2- पुलिस अधिकारी-कांस्टेबल-3 से 5 हजार (प्रति परीक्षा)।
3- रोडवेज को निशुल्क यात्रा के लिए भुगतान-5 से 8 करोड़।
4- जैमर-सीसीटीवी, मेटल डिटेक्टर-2.5 से 7 करोड़।
आवेदन ज्यादा आए, कम आए
आरएएस 2021- 988 पद: 6 लाख 48 हजार 181 आवेदन, 3.20 लाख बैठे हैं
आरएएस 2023- 972 पद: आवेदन: 6 लाख 97 हजार 51, 4.35 लाख बैठे हैं
आरएएस 2024- 1096 पद: 6.75 लाख आवेदन, 3.20 लाख बैठे हैं
एसआई भर्ती 2015- 511 पद: 5.50 लाख आवेदन, 4.35 लाख बैठे हैं
एसआई भर्ती 2020- 859 पद: 7.97 लाख आवेदन, 3.83 लाख बैठे हैं
प्रधानाचार्य भर्ती-2018- 1 लाख आवेदन, 65 हजार बैठे हैं
लाइब्रेरियन ग्रेड II 2024- 88 हजार, 29 हजार बैठे हैं
जूनियर क्लर्क ग्रेड II-2013- 4 लाख आवेदन, 2.50 लाख बैठे हैं
परीक्षा शुल्क बढ़ाने का प्रस्ताव भेजा
परीक्षाओं में ओएमआर पेपर की छपाई, केंद्रों पर खर्च, कर्मचारियों को पारिश्रमिक और भत्ते देने होते हैं। परीक्षा शुल्क बढ़ाने का प्रस्ताव भेजा गया है। कार्मिक विभाग के स्तर पर ही निर्णय लिया जाएगा।
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