सदर थानान्तर्गत बराड़ा गांव की पुलिया के पास कार की चपेट में आने से बाइक पर सवार ननद-भाभी की मौत हो गई। जबकि युवक गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे उदयपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे के बाद रैगर समाज के लोगों ने मुआवजे की मांग को लेकर पहले अस्पताल की मोर्चरी के बाहर और बाद में कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। शाम तक शव मोर्चरी में ही पड़े रहे। जानकारी के अनुसार बराड़ा निवासी रामेश्वरलाल जटिया सोमवार सुबह अपनी पत्नी सुगना (34) और बड़ी बहन कमलाबाई (50) निवासी ओडूंड के साथ बाइक पर ओडूंड जा रहे थे।
बराड़ा पुलिया के पास गलत दिशा से आ रही कार ने बाइक को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बाइक पर सवार तीनों उछलकर दूर जा गिरे। हादसे में कमलाबाई की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि सुगना और उसका पति रामेश्वरलाल गंभीर रूप से घायल हो गए। तीनों को सांवलियाजी अस्पताल लाया गया। जहां चिकित्सकों ने कमला की मौत की पुष्टि कर दी। जबकि पति-पत्नी को गंभीर हालत में उदयपुर रैफर कर दिया। उदयपुर ले जाते समय रास्ते में सुगना की भी मौत हो गई। उसका शव चित्तौड़गढ़ लाकर सांवलियाजी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया।
मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शन
दुर्घटना की जानकारी मिलने पर ग्रामीण व रैगर समाज के लोग सांवलियाजी अस्पताल पहुंचे और 50 लाख रुपए मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। बाद में ये लोग कलेक्ट्रेट पहुंचे और प्रदर्शन किया। जहां बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। इससे पहले कमलाबाई के शव का पोस्टमार्टम करवाया गया, लेकिन समाज के लोगों के विरोध के चलते देर शाम तक सुगना के शव का पोस्टमार्टम नहीं हो पाया।
कार चालक की लापरवाही से हुआ हादसा
समाज के लोगों का आरोप है कि कार बजरी के डंपर का पीछा कर रही थी। तेज गति के कारण चालक की लापरवाही से यह हादसा हुआ, इसलिए मुआवजा दिया जाए। सुगना की दो बेटियां व एक बेटा है।
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