Next Story
Newszop

सपा सांसद की राणा सांगा टिप्पणी विवाद पर विश्वराज सिंह ने दी तीखी प्रतिक्रिया, बोले 'इतिहास को तोड़ने-मरोड़ने की साजिश बर्दाश्त नहीं'

Send Push

राजस्थान के नाथद्वारा से विधायक विश्वराज सिंह मेवाड़ ने महाराणा सांगा को लेकर की जा रही बयानबाजी पर नाराजगी जताई। उनके मुताबिक, जबरदस्ती ऐसी बातें कह कर विवाद पैदा किया जा रहा है। विश्वराज सिंह मेवाड़ ने वक्फ कानून को मुस्लिम समुदाय के हित में लिया गया फैसला बताया और कहा कि यह कानून देश की संसदीय प्रक्रिया से गुजर कर बनाया गया है, जिसका सभी को पालन करना होगा।

"मुसलमानों के हित में कानून"
वक्फ कानून पर बोलते हुए विश्वराज सिंह ने कहा, "यह कानून मुसलमानों के हित में है। संसद में लंबी बहस और देर रात तक चली चर्चा के बाद इसे पारित किया गया। हमारे देश में कानून बनाने की एक प्रक्रिया है। जब संसद ने इसे मंजूरी दे दी, तो यह देश का कानून बन गया। कुछ लोग इसे स्वीकार नहीं करना चाहते और यह दिखाने की कोशिश करते हैं कि वे इसका पालन नहीं करेंगे, लेकिन देश का कानून सभी के लिए बाध्यकारी है।"

"कानून से पारदर्शिता आई"
उन्होंने आगे कहा कि इस कानून से पारदर्शिता आई है। किसी भी भूमि लेनदेन में देश के नियम-कायदों का पालन करना अनिवार्य है। अगर कोई खरीद-फरोख्त होती है तो उसे कानूनी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। जमीन कितनी भी पुरानी क्यों न हो, जब उसका हस्तांतरण होता है तो उसके दस्तावेज बनते हैं। अगर कोई व्यक्ति उस पर दावा करता है तो उसे दस्तावेजों के आधार पर उसे साबित करना होगा। बिना दस्तावेजों के यह कैसे माना जाएगा कि जमीन किसी की है? मेरा मानना है कि वक्फ कानून से जमीन संबंधी विवादों में पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ेगी।

"महाराणा सांगा का इतिहास सबके सामने है"
समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सदस्य रामजी लाल सुमन की महाराणा सांगा पर की गई टिप्पणी पर विश्वराज सिंह ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा, "यह विवाद जबरन खड़ा किया गया है। महाराणा सांगा का इतिहास सबके सामने है। उनके चरित्र और व्यक्तित्व को सभी जानते हैं, इसे दोहराने की जरूरत नहीं है। यह उस नेता की निजी राय हो सकती है, लेकिन यह नाराजगी की बात है।"

"तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश नहीं किया जाना चाहिए"
उन्होंने आगे कहा कि अगर देश के सर्वोच्च सदन में हमारे इतिहास के नायकों के बारे में ऐसी बातें कही जाती हैं तो इसे उचित नहीं ठहराया जा सकता। अगर समाजवादी पार्टी ऐसे लोगों को राज्यसभा भेज रही है तो वहां के लोगों को सोचना चाहिए। राणा सांगा के बारे में जो कुछ भी कहा गया वह बिल्कुल गलत है। इतिहास के तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश नहीं किया जाना चाहिए।

Loving Newspoint? Download the app now