राजस्थान कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली हाल ही में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के शेखावाटी दौरे के दौरान काले झंडे दिखाने वाले सीकर एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष के खिलाफ पुलिस कार्रवाई के विरोध में डीजीपी कार्यालय पर धरने पर बैठ गए। यहां उन्होंने डीजीपी से मुलाकात कर गिरफ्तारी की मांग की।
पीसीसी चीफ डोटासरा, नेता प्रतिपक्ष जूली समेत प्रतिनिधिमंडल ने कहा- हम सबको गिरफ्तार करो। यह पूरा मामला सीकर में एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष की गिरफ्तारी से जुड़ा है। उनके साथ वहां कई कांग्रेस विधायक भी मौजूद थे। इस दौरान डोटासरा ने सीकर में एक पुलिस अधीक्षक को फोन किया। उन्होंने एसपी से कहा कि शांति से बताओ कि तुमने पांच दिन का रिमांड कैसे मांगा? क्या उसने हत्या की है? इसका मतलब है कि तुमने अपनी नौकरी के लिए लोकतंत्र का हनन किया है। तुम मेरे घर पर पहरा लगवा रहे हो, क्या मैंने यह करवाया?
अगर मैंने करवाया होता तो...अगली बार मैं उस सीएम को बताऊंगा कि काला झंडा क्या होता है? डोटासरा ने ट्वीट किया, "सीकर एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष ओमप्रकाश नागा को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज किए गए। पुलिस ने जिस तरह ओमप्रकाश व उनके परिवार को प्रताड़ित किया व उनके साथ अपराधियों जैसा व्यवहार किया, वह बेहद निंदनीय व दुर्भाग्यपूर्ण है। यह लोकतंत्र में सरासर गुंडागर्दी व तानाशाही है, दमन का यह माहौल भाजपा सरकार की निष्क्रियता का परिणाम है। आज प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पुलिस-प्रशासन के दमनकारी तंत्र के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया गया।"
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