नई दिल्ली, 1 जून (आईएएनएस)। भारतीय आयुर्वेद में आंवला को "अमृत फल" के रूप में जाना जाता है, जिसके फायदे न केवल शरीर को तरोताजा रखते हैं बल्कि इसे आयुर्वेद में भी गुणों की खान माना जाता है। आपको आंवला से बने पेय पदार्थ यानी जूस (आंवला स्क्वैश) के बारे में बताते हैं, जिसे ताजे आंवले के रस से बनाया जाता है और इसमें प्राकृतिक गुणों का खजाना छिपा है। यह पेय न केवल ताजगी प्रदान करता है, बल्कि कई स्वास्थ्य लाभ भी देता है, जो इसे हर उम्र के लोगों के लिए एक आदर्श विकल्प बनाता है।
आंवला स्क्वैश एक पेय है, जो आंवले से बनाया जाता है। इसे ताजे आंवले को धोकर, बीज निकालकर और रस निकालकर तैयार किया जाता है। इसमें आमतौर पर खांड (कच्ची चीनी) या चीनी मिलाई जाती है, ताकि इसका खट्टा-कसैला स्वाद संतुलित हो सके। यह 100 प्रतिशत प्राकृतिक और आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर होता है, जिसमें कोई केमिकल नहीं होते। इसे पानी के साथ मिलाकर ठंडा परोसा जाता है, जो गर्मियों में ताजगी और सर्दियों में ऊर्जा प्रदान करता है।
आंवला स्क्वैश विटामिन सी, एंटीऑक्सीडेंट्स, फाइबर, आयरन, कैल्शियम, और फास्फोरस जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होता है। ये पोषक तत्व इसे एक सुपरफूड बनाते हैं, जो शरीर को कई तरह से लाभ पहुंचाता है।
आंवला स्क्वैश न केवल स्वाद में अनूठा है, बल्कि इसके नियमित सेवन से कई स्वास्थ्य लाभ भी मिलते हैं। इसमें मौजूद विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करते हैं। यह शरीर को मौसमी बीमारियों जैसे सर्दी, खांसी और फ्लू से बचाने में मदद करता है। इसके अलावा, इसमें मौजूद फाइबर की उच्च मात्रा पाचन को सुधारती है और कब्ज, अपच और गैस जैसी समस्याओं को दूर करती है।
साथ ही, इसका सेवन त्वचा और बालों के लिए भी लाभकारी माना जाता है। आंवला स्क्वैश में मौजूद विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट कोलेजन उत्पादन को बढ़ाते हैं, जो त्वचा को चमकदार बनाता है और झुर्रियों को कम करता है। साथ ही यह बालों के झड़ने को भी रोकता है। इसके अलावा, यह हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। इसका सेवन रक्तचाप को नियंत्रित करता है और धमनियों में ब्लॉकेज को रोकता है।
साथ ही, आंवला स्क्वैश में मौजूद विटामिन ए और कैरोटीन आंखों की रोशनी को बेहतर बनाते हैं और उम्र से संबंधित मैक्यूलर डिजनरेशन के जोखिम को कम करते हैं। इसके एंटीऑक्सिडेंट्स मस्तिष्क को ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाते हैं, जिससे मेमोरी और कॉन्गेटिव क्षमता में सुधार होता है।
हालांकि मधुमेह वाले रोगियों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि आंवला स्क्वैश में शुगर मौजूद होती है। उसी के अनुसार उन्हें इसका सेवन करने में सावधानी बरतनी चाहिए।
--आईएएनएस
एफएम/एएस
You may also like
LIVE MATCH के बीच ड्रेसिंग रूम भाग गए थे Ravindra Jadeja, रोकना पड़ गया था लॉर्ड्स टेस्ट; आप भी देखिए ये VIDEO
नौकरी घोटाले में बर्खास्त शिक्षक जारी रखेंगे आंदोलन
छत्तीसगढ़ में नौ मजदूरों की कथित गिरफ्तारी पर महुआ मोइत्रा का आरोप: 'सरकारी संरक्षण में हो रहा है अपहरण'
'मालिक' की धीमी पड़ी रफ्तार, बॉक्स ऑफिस कलेक्शन में आई गिरावट
निर्देशक मोहित सूरी की फिल्म 'सैयारा' 18 जुलाई को सिनेमाघरों में रिलीज होगी